सोनवाही, बोड़ला में डायरिया से हुई मौत पर कांग्रेस की जांच समिति ने क्या कहा?…पढ़ें
रायपुर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बैगा जनजाति के लोगों की सोनवाही, बोड़ला में डायरिया से हुई मौत की जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित समिति के अध्यक्ष दलेश्वर साहू की रिपोर्ट मीडिया के सामने सार्वजनिक की।
रिपोर्ट में बताया गया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित समिति ने 17 जुलाई 2024 को कवर्धा जिले के विकासखंड बोड़ला स्थित ग्राम सोनवाही का दौरा किया और स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों के साथ मृतक परिवारों के परिजनों से मुलाकात की। मृतकों की सूची इस प्रकार है:
- स्व. फूलबाई पति मंगल सिंह बैगा, उम्र 35 वर्ष
- स्व. सुरेश बैगा पति सोनाऊ बैगा, उम्र 35 वर्ष
- स्व. सोमसिंह बैगा पिता इतवारी बैगा, उम्र 42 वर्ष
- स्व. दिलेश्वरी पति पुसु बैगा, उम्र 35 वर्ष
- स्व. लक्ष्मी बैगा पिता मंगल बैगा, उम्र 10 वर्ष
जांच में यह सामने आया कि ग्राम सोनवाही आदिवासी बैगा जनजाति बाहुल क्षेत्र है। बरसात से पहले प्रशासन द्वारा पेयजल एवं स्वच्छता की समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी, जैसे कि नाली की सफाई, डी.डी.टी. का छिड़काव, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान। इस अनदेखी के कारण 5 बैगा जनजाति व्यक्तियों की मौत हो गई।
डायरिया से पीड़ित झिंगरा बैगा, उम्र 35 वर्ष, को झलमला उप स्वास्थ्य केंद्र में 2 दिन इलाज के बाद जिला चिकित्सालय कवर्धा रिफर किया गया। 8 दिन इलाज के बाद उसे शाम को डिस्चार्ज कर दिया गया, परंतु शाम 4 बजे के बाद कवर्धा से सोनवाही जाने की कोई परिवहन व्यवस्था नहीं होने के कारण उसे पैदल ही घर जाना पड़ा।
प्रशासन द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर में जांच और दवाइयों की समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी। मरीजों को अन्यत्र स्वास्थ्य केंद्र या 35 किमी दूर जिला चिकित्सालय में रिफर किया जा रहा था। जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कार्य असफल होने के कारण गांव के लोगों को कुआं और झिरिया से पानी पीना पड़ रहा है।
मलेरिया और डायरिया के प्रकोप के बावजूद ग्राम सोनवाही के 60 परिवारों में से केवल 5 मृतक परिवारों को मच्छरदानी दी गई है, जबकि 40 मलेरिया मरीजों की पहचान हो चुकी है। विशेष केंद्रीय उप योजना के तहत सोनवाही को योजना में शामिल किया गया है, लेकिन इस योजना का लाभ स्थानीय बैगा जनजाति के लोगों को नहीं मिला है।
जांच समिति में विधायक दलेश्वर साहू, विधायक इंद्र शाह मंडावी, विधायक जनक ध्रुव, पूर्व विधायक ममता चंद्राकर, पूर्व विधायक नीलकंठ चंद्रवंशी, पूर्व जिलाध्यक्ष महेश चंद्रवंशी, और जिला अध्यक्ष होरी राम साहू शामिल थे।