
रायपुर(realtimes) अपने राज्य छत्तीसगढ़ में एक दर्जन सीमेंट कंपनियां हैं, लेकिन ये कंपनियां इतनी ज्यादा बेलगाम हाे गई है कि सीमेंट के दाम लगातार बढ़ा रही है। दाम बढञाने का कारण चुनाव काे बताया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की सीमेंट कंपनियों का सीमेंट ज्यादा महंगा होने के कारण अब इसको खरीदने से कारोबारियों के साथ ठेकेदारों ने पूरी तरह से हाथ खड़े कर दिए हैं। दूसरे राज्यों से भी अब माल आने लगा है। दूसरे राज्यों का सीमेंट अपने राज्य से 70 रुपए सस्ता आ रहा है। ऐसे में रायपुर के साथ राजनांदगांव में भी रेलवे रैक से माल आ रहा है। यहां की कंपनियों ने दाम 30 से 40 रुपए कम कर दिए हैं, इसके बाद भी यहां का सीमेंट महंगा है। इसके पहले भी ग्राहकों की गांधीगिरी से सीमेंट कंपनियों को दाम 20 रुपए तक घटाने पड़े थे।
छत्तीसगढ़ में सीमेंट का बहुत ज्यादा उत्पादन होता है। यहां से माल देश के कई राज्यों में जाता है। इसी के साथ अपने राज्य में भी यहां के सीमेंट का उपयोग ही सभी सरकारी, निजी ठेकेदारों के साथ बिल्डर भी करते हैं। लेकिन पिछले माह से यहां की कंपनियों के सीमेंट की कीमत में लगातार इजाफा किया गया है। ऐसा होने से यहां की कंपनियों का माल लेना पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
पहली बार कीमत गई 370 रुपए
प्रदेश में पहली बार इस माह सीमेंट की कीमत साढ़े तीन सौ रुपए से पार होकर चिल्हर में 370 रुपए हो गई थी। कंपनियों ने इस माह के पहले ही दिन से 35 रुपए कीमत बढ़ा दी थी। पिछले माह के अंत में ही 20 रुपए कीमत बढ़ाई गई थी। दस दिनों में कीमत में 55 रुपए का इजाफा कर दिया गया। कीमत में 30 रुपए का और इजाफा करने की तैयारी थी, लेकिन ग्राहकों ने सीमेंट ही लेना बंद कर दिया तो कीमत को कम करना पड़ा। जहां ब्रांडेड कंपनियों ने पहले कीमत दस रुपए कम की, वहीं छोटी कंपनियों ने कीमत में 20 रुपए कम किए।
बाहर के राज्यों से आने लगा माल
राज्य की कंपनियों ने कीमत तो जरूर कम की, लेकिन इसका असर नहीं हुआ और यहां के कारोबारियों और निजी ठेकेदारों ने दूसरे राज्यों से माल मंगाना प्रारंभ कर दिया है। कारोबारियों के मुताबिक इस समय राजस्थान और महाराष्ट्र से बिड़ला शक्ति के साथ कुछ और कंपनियों का माल आ रहा है। यह सीमेंट यहां पहुंचकर 250 रुपए में पड़ रहा है, जबकि प्रदेश की छोटी कंपनियों का सीमेंट ही यहां पर 260 से 270 रुपए में मिल रहा है। वह भी तब की स्थिति में जब इन कंपनियों ने कीमत में 20 रुपए की कमी और कर दी है। इधर राज्य की ब्रांडेड कंपनियों ने भी कीमत 20 रुपए कम की है, लेकिन इसका सीमेंट इस समय 310 से 320 रुपए में मिल रहा है। ऐसे में बाहर के राज्यों का सीमेंट इनसे 70 रुपए कम में मिल रहा है।
बाजार में सन्नाटा
कीमतों में लगातार इजाफा होने के बाद अचानक ग्राहकों ने भी हाथ खड़े कर दिए और कोई भी सीमेंट नहीं खरीद रहा है। ग्राहकों को यह लग रहा है कि कंपनियों की यह मनमर्जी ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है। बिल्डिंग मटेरियल का काम करने वालों का कहना है, बाजार में पूरी तरह से सन्नाटा पसर गया है। दो-चार ग्राहक ही मजबूरी में आ रहे हैं, जिनको जरूरी काम करना है, वरना कोई भी सीमेंट खरीदने तैयार नहीं है। ऐसा होने से बिल्डिंग मटेरियल का काम करने वालों ने डीलरों से माल उठाना बंद कर दिया और डीलरों ने कंपनियों से माल लेना बंद कर दिया तो कंपनियों को अपना फैसला बदलकर दूसरी बार कीमत कम करनी पड़ी है, लेकिन इसके बाद भी इनका माल नहीं बिक रहा है। अब कारोबारी भी बाहर के राज्यों की सीमेंट मंगाने में लग गए हैं, ताकि उनका कारोबार चलता रहे।