
रायपुर(realtimes) साेने का भाव लगातार बढ़ रहा है। त्योहारी सीजन के प्रारंभ होने से पहले कीमत 62 हजार के करीब पहुंच गई है। आने वाले समय में कीमत में लगातार इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है। धनतेरस तक कीमत 65 हजार रुपए जा सकती है। जहां तक पिछले साल का सवाल है तो पिछले साल त्योहारी सीजन के प्रारंभ होने से पहले सितंबर में सोना 49 हजार रुपए के करीब था, इसके बाद धनतेरस और दीपावली के समय कीमत 50 हजार तक गई। पिछले साल ज्यादातर समय सोना 50 हजारी ही रहा है। इसी साल इसकी कीमत में लगातार लगातार इजाफा हो रहा है। इस समय साेना खरीदने पर 12 हजार का ज्यादा फटका लग रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस साल ऐसी उथल पुथल हुई है कि इस साल लाइफ टाइम में पहली बार साेना छत्तीसगढ़ के इतिहास में मई में 63 हजारी की दहलीज पर पहुंच गया था, संभावना जताई जा रही थी कि अब सोने के भाव कम नहीं होंगे और कीमत 65 हजार तक जाएगी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में वापस कुछ ऐसा हुआ कि जून में कीमत वापस गिरने लगी और सोना 60 हजारी हो गया। लेकिन फिर वापस जुलाई से सोने की कीमत में लगातार इजाफा होने लगा इस माह सोना 61 हजारी होने के बाद 62 हजारी के करीब पहुंचा। लेकिन अगस्त में फिर यह वापस 60 हजारी तक आया और फिर अब यह सितंबर में 61 हजारी होने के बाद 62 हजारी के रास्ते पर है।
अभी कीमत 12 हजार ज्यादा
इस साल की बात करें तो मई तक सोने की कीमत करीब 8 माह में 12 हजार नौ सौ रुपए बढ़ी थी। पिछले साल धनतेरस और पुष्य नक्षत्र और दीपावली के समय राजधानी रायपुर में सोने की कीमत 50 हजार दो सौ रुपए थी, जो मई में 62 हजार 900 रुपए हो गई थी। कारोबारियों के मुताबिक पहले कभी इतने कम समय में इतनी ज्यादा कीमत नहीं बढ़ी थी। पिछले साल तो ज्यादातर समय कीमत 50 हजार के आस-पास ही रही है। इस साल कीमत में लगातार इजाफा होने से पहले कीमत 55 हजार के पार हुई। इसके बाद देश में सोना पहली बार इस साल 60 हजारी हुआ और इसके बाद सोना 63 हजारी की राह पर चला लेकिन 63 हजारी बनने से पहले ही सोना वापस 60 हजारी हो गया और अब वापस 62 हजारी बनने की दहलीज पर है। इस समय पिछले साल धनतेरस और दीपावली से कीमत 11 हजार रुपए ज्यादा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
सराफा कारोबारी हरख मालू का कहना है सोने की कीमत में इजाफा होने का कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत बढ़ने के कारण यहां पर इसका असर दिख रहा है। अमेरिका के फेडरल बैंक में ब्याज कम ज्यादा होने से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसका असर होता है। वैसे कीमत बढ़ने के बाद भी बाजार पर ज्यादा असर नहीं हो रहा है। सामान्य दिनों की तरह खरीदारी हो रही है। आने वाले समय में कीमत बढ़ने पर भी त्योहारी सीजन में बाजार गुलजार रहेगा। बस लोग अपने बजट के हिसाब से 10 ग्राम के स्थान पर 8 तो 20 के स्थान पर 16 ग्राम की खरीदारी करने लगे हैं।