भूपेश ने कहा- गुड्सा उसेंडी का एनआईए ने क्यों नहीं लिया बयान

रायपुर(realtimes) प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दिल्ली रवाना होने से पहले एक बार फिर से झीरम मामले में सवाल दागे। मुख्यमंत्री ने कहा, कल मैंने दो सवाल उठाए थे। लेकिन भाजपा के एक भी नेता का उस पर बयान नहीं आया। अब मेरा दूसरा सवाल है कि गुड्सा उसेंडी ने उस समय आत्मसमर्पण किया था। एनआईए को कोर्ट ने आदेश दिया था, बयान लेने के लिए, लेकिन उसका बयान क्यों नहीं लिया गया।
दिल्ली रवाना होने से पहले पत्रकारों से चर्चा करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा, गणपति और गुडसा उसेंडी दोनों नक्सलियों की पोस्ट है। यह किसी व्यक्ति का नाम नहीं है। उन्होंने कहा, क्या गणपति ने आत्मसमर्पण किया है। यदि आत्मसमर्पण किया है तो कहां पर किया है, उस व्यक्ति का नाम क्या है। आत्मसमर्पण किए हुए नक्सलियों को नक्सल नीति के तहत लाभ दिया गया है, या नहीं दिया गया है। इसका जवाब देना चाहिए।
योजनाओं में सिर्फ केंद्र सरकार का ही नाम क्यों?
मुख्यमंत्री बघेल ने बताया वे नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे। प्रदेश के मुद्दे पर चर्चा होगी। बैठक में रॉयल्टी, जीएसटी क्षतिपूर्ति जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा, जब योजनाओं में बराबर पैसा लिया जा रहा है, तो उन योजनाओं पर सिर्फ केंद्र का नाम क्यों? सबका बराबर नाम होना चाहिए।
शराब मामले में कोई एफआईआर नहीं
शराब घोटाले पर मुख्यमंत्री ने कहा, शराब मामले पर कोई एफआईआर नहीं है, केवल आईटी की 2020 की रेड पर कार्रवाई हो रही है। उन्हीं डिस्टलर्स से ईडी पूछताछ कर रही है। लेकिन डिस्टलर्स, जिसके पास करोड़ों रुपए के जहर पकड़े जाते हैं, उन्हें गवाह बनाया जाता है। लाभ की स्थिति में डिस्टलर्स है। ईडी की सभी कार्रवाई प्रश्नवाचक है। ईडी दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई कर रही है।