रायपुर(realtimes) पुराने वाहनाें काे जब ई-वाहन में कवंर्ट करवाने के नियम नहीं थे ताे लग रहा था नियम हाेने पर लाेग वाहन कवंर्ट करवाने लगेंगे, लेकिन नियम बनने के बाद अब कीमत का लाेच हाे गया है। इसके लिए 35 हजार रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं, यही वजह है कि कम ही लाेग इसमें रुचि ले रहे हैं। लेकिन किट और बैटरी की कीमत में कमी आने के बाद इसका क्रेज बढ़ने की संभावना है।
पेट्रोल की कीमत में लगी आग से झुलसते लाेगाें पर राहत की बारिश करने का काम अपनी प्रदेश की सरकार ने किया है। अब अपने राज्य में भी पुराने दुपहिया और चारपहिया वाहनों को ई-वाहनों में बदलने का रास्ता खुल गया है। कई राज्याें में पेट्राेल वाले दुपहिया बहुत कम खर्च पर ई-वाहन में बदलकर सड़काें पर दाैड़ रहे हैं। इससे लाेगाें काे महंगे पेट्राेल से बड़ी राहत मिल रही है। पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमत के कारण अब अपने राज्य में भी लोगों को इसका विकल्प मिल गया है। राजधानी रायपुर के साथ प्रदेश के कई शहरों में ऐसा करने वाले बैठे हैं, लेकिन यहां पर सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि नियमाें का पेंच होने के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा था। इसके लिए परिवहन विभाग की मंजूरी जरूरी रहती है। अब जाकर प्रदेश सरकार ने इस दिशा में बड़ा काम किया है। यहां पर ई-वाहनों के लिए प्रदेश सरकार ने अलग से नीति बना दी है। अब इस नीति के कारण जहां नए ई-वाहन बड़ी संख्या में सड़कों पर नजर आएंगे, वहीं लोग अपने पुराने वाहनों को भी आसानी से ई-वाहन में बदल सकेंगे।
स्कूटर और बाइक पर 35 हजार तक खर्च
अभी कुछ दुकान वालों के पास किट उपलब्ध है। दुकान वाले बताते हैं एक्टिवा जैसे स्कूटर वाले दुपहिया वाहनों के साथ बाइक के लिए 18 हजार रुपए वाले किट हैं। इसी के साथ बैटरी के एमएच के हिसाब से पैसा लगेगा। अगर एक बार चार्ज में 60 किलोमीटर तक चलना है तो उसके लिए बैटरी पर 17 हजार खर्च करने होंगे। ऐसे में 35 हजार खर्च में दुपहिया वाहन को ई-वाहन में बदला जा रहा है। अभी किट और बैटरी की कीमत लोगों को ज्यादा लग रही है। यही वजह है कि अभी कम लोग अपने पुराने वाहन को ई-वाहन में बदल रहे हैं। गणेश आटो के नवीन शर्मा का कहना है किट और बैटरी की कीमत कम होने पर लोग रूचि लेंगे। अभी बाजार में सब्सिडी वाली बैटरी न होने के कारण कीमत ज्यादा है, जब सब्सिडी वाली बैटरी आएगी तो कम कीमत लगेगी।