अनाज, पनीर, होटल और अस्पताल के कमरों में GST लगाने के विरोध में होगा देश भर में बड़ा आंदोलन

रायपुर(realtimes) केंद्र सरकार ने आम आदमी पर एक और बड़ा महंगाई का बाेझ लादने का काम किया है। इसकाे लेकर लंबे समय से विराेध के स्वर उठने के बाद भी 18 जुलाई से अनाज, पनीर, होटलों के साथ अस्पतालों के कमरों पर जीएसटी लागू कर दिया है। इसको फिलहाल तो लागू करके सामान बेचे जाने लगे हैं, लेकिन इसी के साथ इसके विरोध में कारोबारियों ने सड़क पर उतरने का फैसला किया है। इसको लेकर पूरे देश भर में आंदोलन की तैयारी है। इसके लिए कैट ने भोपाल में सभी राज्यों के कारोबारियों की भोपाल में 26 जुलाई को बैठक बुलाई है। अस्पतालों के कमरों में लगे जीएसटी को लेकर छत्तीसगढ़ में अस्पताल एसाेसिएशन ने भी विरोध करने का फैसला किया है। छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कामर्स ने इस मामले में प्रदेश से सभी सांसदों और विधायकों को भी पत्र लिखकर इस मामले में केंद्र सरकार में विरोध दर्ज कराने का आग्रह किया है।
केंद्र सरकार ने जीएसटी कांउसिंल में हुए फैसले के मुताबिक 18 जुलाई से जीएसटी के दायरे में कई सामानों के साथ होटलों और अस्पतालों के कमरों को भी लाने का काम किया है। इसको देश भर में लागू भी कर दिया गया है। राजधानी रायपुर के थोक बाजार में सोमवार को जो भी सामान बेचे गए, उनमें लोकल आटा, चावल से लेकर जिनमें भी केंद्र सरकार ने पांच फीसदी जीएसटी लगाने का फैसला किया है, उन पर जीएसटी लगाकर ही सामान बेचे गए हैं।
इन पर लगा दी जीएसटी
जबसे जीएसटी के दायरे में नए सामानों को लाने का फैसला किया गया है, तभी से इसका विरोध किया जा रहा है, इसके बाद भी इन सामानों पर जीएसटी लागू कर दी गई है। कल से सभी प्रकार के सूखे एवं तरल खाद्यान्न सहित पैक्ड दही, लस्सी, बटर मिल्क पर अब 5 प्रतिशत जीएसटी लग रहा है जो कि पहले नहीं था। चेकबुक जारी किए जाने पर बैंकों की ओर से लिए जाने वाले शुल्क पर अब 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। हॉस्पिटल्स में 5000 रुपए (गैर आईसीयू) से अधिक किराए वाले कमरों पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। होटलों के 1000 रुपए प्रति दिन से कम किराए वाले कमरों पर जीएसटी 12 प्रतिशत लगेगी जो कि अब तक नहीं थी। एलईडी लाइट्स, एलईडी लैंप पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगी जो कि पहले नहीं लगती थी। ब्लेड, कैंची, पेपर, पेंसिल्स शार्पनर, चम्मच, कांटे वाले चम्मच, स्किमर्स व केक सर्वर्स इत्यादि वस्तुओं जिन पर पहले 12 प्रतिशत जीएसटी लगती थी अब 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगी।
भाेपाल में बनेगी रणनीति
श्री पारवानी ने बताया कैट ने जीएसटी में आमूल चूल परिवर्तन हेतु जीएसटी कानून एवं नियमों की नए सिरे से समीक्षा कर एक नया जीएसटी कानून एवं उसके नियम बनाने की मांग को लेकर एक देशव्यापी आंदोलन करने की घोषणा की है। इस मामले में देश भर के सभी कारोबारी संगठन 26 जुलाई को भोपाल में जुटेंगे और वहां पर रणनीति बनाकर आंदोलन किया जाएगा।
अस्पताल एसोसिएशन भी विरोध में
छत्तीसगढ़ का अस्पताल एसोसिएशन भी विरोध में उतरा है। एसाेसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है, केंद्र सरकार का पांच हजार से ज्यादा किराए वाले कमरों पर जीएसटी लगाने का फैसला गलत है। ऐसे कमरों में गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाता है। जो पहले से भी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन पर जीएसटी लादने का फैसला सरासर गलत है। इसको लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री को पत्र भेजा जाएगा। हमारा मानना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई टैक्स ही नहीं लगना चाहिए। उन्होंने कहा, इस संबंध में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से भी केंद्र सरकार को पत्र लिखने का आग्रह किया जाएगा।