लेकर रहेंगे बुंदेलखंड राज्य’ के संकल्प के साथ पदयात्रा शुरू

ललितपुर। पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों की पदयात्रा का आरम्भ तुवन मंदिर ललितपुर के प्रांगण से पवनपुत्र हनुमान के आशीर्वाद के साथ हुआ। राजा बुंदेला इस पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। इस अवसर पर झारखण्ड के पूर्व सांसद सूरज मंडल, पश्चिमी उप्र के अशोक चौबे सहित बुंदेलखंड क्रांति दल के अध्यक्ष सत्येंद्रपाल सिंह, बुंदेलखंड नवनिर्माण सेना, हमीरपुर के विनय तिवारी, बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के प्रवीण पांडे, बुन्देली सेना के संयोजक डॉ आश्रय सिंह आदि सहित सभी संगठनों के नेता व सैकड़ों कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।
पदयात्रा का प्रारम्भ तुवन मंदिर में आयोजित सभा के पश्चात् हुआ। सभा के आरम्भ में तुवन मंदिर के महंत रामलखन दास महाराज ने पदयात्रा को आशीवचन देते हुए कहा कि जिस स्थल से पदयात्रा का शुभारम्भ हो रहा है वह पुण्यभूमि है। बुंदेलखंड राज्य अवश्य बनेगा। झारखण्ड के पूर्व सांसद व भाजपा नेता सूरजमंडल ने कहा कि उन्होंने झारखण्ड मुक्ति मोर्चा में रहकर छोटे राज्यों की लड़ाई लड़ी है और राज्य बनने के बाद झारखण्ड का अभूतपूर्व विकास हुआ है।
बुंदेलखंड भी राज्य बना तो तरक्की के नए मापदंड तय करेगा। पश्चिमी उप्र के नेता अशोक चौबे ने कहा कि उप्र का विभाजन होना ही चाहिए और जल्द बुंदेलखंड, पूर्वांचल, हरित प्रदेश राज्य का निर्माण हो। उन्होंने बुंदेलखंडवासियों को पदयात्रा के लिए शुभकामनायें दीं। बुंदेलखंड क्रांति दल के नेता सत्येंद्रपाल सिंह ने बुंदेलखंड के इतिहास और गौरव का बखान करते हुए कहा कि दो राज्यों में विभाजन के बाद भी बुंदेलखंड का गौरव कम नहीं हुआ है।
बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के अध्यक्ष प्रवीण पांडे ने कहा कि समिति पृथक बुंदेलखंड के लिए गाँव गाँव काम कर रही है और यह यात्रा उसके उद्देश्यों से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड हर बुंदेलखंडी की मांग है। इस पदयात्रा के माध्यम से सरकार भी यह बात समझेगी। अलग राज्य बनने पर बुँदेलखण्ड भारत का मुकुट बनेगा। सभा को संबोधित करते हुए शिक्षक नेता अशोक राठौर ने कहा कि बुन्देलखण्ड राज्य बनना समय की मांग है और जन जन तक विकास पहुंचने के लिए प्रथक बुंदेलखंड राज्य जरूरी है ।
हरगोविंद कुशवाहा( दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री ) ने बुंदेली गीतों के साथ मौजूद लोगों को बुंदेलखंड के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताया । अपनो बुंदेलखंड ट्रस्ट के संस्थापक महेश सक्सेना ने जी बताया कि वो विगत 40 वर्ष से बुंदेलखंड की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण का कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर राजा बुंदेला ने कहा कि बुंदेलखंड की लड़ाई को जनमानस तक ले जाने के लिए पदयात्रा आयोजित है। उन्होंने कहा कि भाजपा छोटे राज्यों की समर्थक है।
हमें आशा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया बुंदेलखंड आकार लेगा और जल्द बुंदेलखंड की घोषणा होगी। लेकिन हमें सरकार तक बुंदेलखंड की बात पहुँचाना है और यह भी कि बुंदेलखंड राज्य बुँदेलियों की प्राथमिकता है। उन्होंने अलग अलग राज्यों से आए हुए बुंदेलखंड राज्य के समर्थको और बुंदेलखंड की मांग कर रहे विभिन्न संगठनों का एक मंच पर आने का स्वागत किया और कहा इससे आंदोलन को बल मिलेगा। उन्होंने अन्य संगठनों से भी पदयात्रा से जुड़ने का आह्वान किया।
सभा के बाद पदयात्रा विभिन्न नगर के मुख्य क्षेत्रों से होतीं हुई ग्राम दैलवारा पहुंची जहाँ रात्रि विश्राम किया।
पूरे कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ आश्रय सिंह ने किया। यात्रा अनेक गांवों से होते हुए देरवारा, अंधियारी, बूचा पहुंची जहां ग्रामीणों ने भारी संख्या में समर्थन दिया और साथ ही साथ ग्राम प्रधानों ने प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण हेतु राजा बुंदेला को समर्थन पत्र सौंपा। राजा ने जन समर्थन के प्रति सभी का आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर शिवम चौहान, रूद्रप्रताप सिंह बुंदेला, पुष्पेंद्र सिंह चौहान, भानु मिश्रा (बाँदा), जयराम सिंह, सुशील द्विवेदी, विक्रम तोमर, विवेक कच्छवाह, विनय तिवारी, डोली राजे, सत्येंद्र पाल सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह, सुदामा दुबे, प्रवीण पाण्डेय, आर के सहेरिया , महेश सक्सेना , पवनदीप निषाद प्रधान किरतपुर, अरविंद गोस्वामी, हरी मोहन पांचाल, विजय किशोर सोनी, संदीप सिंह, प्रमेंद्र सिंह, के पी सिंह ,विक्रम सिंह, एड पुष्पेंद्र सिंह आदि सहित सैकड़ों कार्यकर्त्ता मौजूद थे।