बलौदाबाजार हिंसा: विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद सियासी माहौल गरमाया

रायपुर. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई हिंसा के मामले में भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को पूरे दिन चले राजनीतिक ड्रामे के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद, देर रात 12 बजे के बाद देवेंद्र यादव को रायपुर जेल लाया गया। इस दौरान उनके समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई, यहां तक कि जेल प्रहरी को कार्यकर्ताओं पर बंदूक तक ताननी पड़ी।
गिरफ्तारी के दौरान हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा
विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के वक्त उनके समर्थकों ने “देखो देखो कौन आया, शेर आया शेर आया” जैसे नारे लगाए। कार्यकर्ताओं की संख्या लगभग 50 थी और वे जेल के मुख्य द्वार तक पहुंच गए। सुरक्षा में तैनात प्रहरी ने स्थिति को गंभीर होते देख अपनी सर्विस 303 राइफल निकाल ली और कार्यकर्ताओं को हटने का आदेश दिया। इस घटना से पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ता दोनों ही क्षणभर के लिए हतप्रभ रह गए। यादव ने गेट के अंदर जाने से पहले कार्यकर्ताओं से बातचीत की और उन्हें शांत रहने की अपील की।
बघेल का आरोप: पुलिस कार्रवाई में राजनीतिक दुर्भावना
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हिंसा में बीजेपी नेता सनम जांगड़े की सक्रिय भूमिका होने के बावजूद, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। बघेल ने कहा कि देवेंद्र यादव की इस मामले में कोई भूमिका नहीं थी, फिर भी उन्हें गिरफ्तार किया गया। उन्होंने पुलिस से अपील की कि वे राजनीतिक दबाव में आकर कार्रवाई न करें और कहा कि वे इस गिरफ्तारी के खिलाफ कानूनी और राजनीतिक लड़ाई लड़ेंगे।
युवा कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में युवा कांग्रेस ने रायपुर के राजीव गांधी चौक में गृहमंत्री विजय शर्मा का पुतला फूंका। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प भी हुई। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विनोद कश्यप के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया गया। वहीं, बलौदाबाजार में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जहां 100 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
गिरफ्तारी से पहले की घटनाएं
बलौदाबाजार पुलिस की टीम शनिवार सुबह ही विधायक देवेंद्र यादव के घर पहुंची थी। उनके निवास पर समर्थकों की भारी भीड़ जमा हो गई, जिसने पुलिस को घर के अंदर जाने से रोक दिया। इसी बीच, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख दीपक बैज भी वहां पहुंचे और बंद कमरे में नेताओं के बीच बातचीत चली। उल्लेखनीय है कि बलौदाबाजार हिंसा मामले में यह चौथा नोटिस था, जिसे यादव ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया था।
बीजेपी पर लगाए आरोप
विधायक देवेंद्र यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उनके इशारे पर पुलिस उन्हें बार-बार नोटिस देकर परेशान कर रही है। यादव का कहना है कि जेल में बंद सतनामी समाज के युवाओं को जबरन उनके खिलाफ बयान देने के लिए धमकाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन युवाओं से यह कहा जा रहा है कि देवेंद्र यादव 12 गाड़ियों में भरकर लोगों के साथ आए थे।