DRDO के वैज्ञानिक ने पाक को बह्मोस और अग्नि मिसाइल की अहम जानकारी दी: ATS
मुंबई। रक्षाअनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) पुणे के निदेशक और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ प्रदीप कुरुलकर ई-मेल के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थे। इसका खुलासा एटीएस की जांच में हुआ है। बताया जाता है कि कुरुलकर पाकिस्तानी हनी ट्रैप में फंसने के बाद महिलाओं की अश्लील फोटो के बदले में अहम जानकारी मुहैया कराते थे। इतना ही नहीं कुरुलकर ने बह्मोस और अग्नि मिसाइल के बेहद अहम जानकारी उन्होंने पाकिस्तान को उपलब्ध कराई।
जांच में यह बात भी सामने आई है कि डॉ। प्रदीप कुरुलकर ने साल भर में कई देशों देशों का भी दौरा किया। आशंका जताई जा रही है कि उस दौरान उन्होंने पाकिस्तान का भी दौरा किया था। कुरुलकर के बारे में खुफिया तंत्र के पास जनवरी महीने के शुरू में शिकायत की गई थी। इस दौरान कुरुलकर की संदिग्ध स्थितियों को देखते हुए उनके लैपटॉप और मोबाइल को सीज कर दिया गया था। फिलहाल जांच रिपोर्ट डीआरडीओ की कमेटी को सौंपी जाएगी। वहीं जांच के बाद दोषी पाए जाने पर करुलकर के लैपटॉप और मोबाइल अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएसए को सौंप दिया जाएगा।
हालांकि अभी तक की जांच में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। जांच के मुताबिक वैज्ञानिक कुरुलकर सितंबर 2022 से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आए थे। जांच अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि विदेश यात्रा के दौरान उन्होंने कोई भी आधिकारिक गोपनीय जानकारी तो नहीं लीक की। इसके अलावा उन्होंने कौन से इलेक्ट्रानिक उपकरण का प्रयोग किया या फिर गोपनीय जानकारी देने के एवज में उन्होंने कोई वित्तीय लाभ तो नहीं लिया आदि। मामले की गंभीरता को देखते हुए रॉ के अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी इस बात का भी पता लगा रही हैं कि वैज्ञानिक कुरुलकर पाकिस्तान के हनी ट्रैप में कैसे फंसे।