भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में छत्तीसगढ़ के मिशन 2023 पर अलग से नहीं हुआ मंथन
रायपुर. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में छत्तीसगढ़ के मिशन 2023 पर अगल से काेई मंथन किया गया। यही नहीं यहां के प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव काे बाेलने का मौका भी नहीं मिला। कार्यसमिति में शामिल प्रदेश के पदाधिकारियों काे दूसरे राज्यों की तरह ही बूथों को मजबूत करने की बड़ी नसीहत मिली है। इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने तो यह भी कह दिया छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पिछले चुनाव में अति आत्मविश्वास के कारण हारे थे। अब सरगुजा में 20 और 21 जनवरी को होने वाली प्रदेश कार्यसमिति में प्रदेश के पदाधिकारियों को आने वाले तीन माह की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस बैठक में बूथों को मजबूत करने के लिए पन्ना और पेज प्रभारियों को लेकर पूरी जानकारी ली जाएगी। जहां पर अब इनकी नियुक्ति नहीं हो सकी है, वहां पर इनकी नियुक्ति जल्द से जल्द करने की हिदायत दी जाएगी।
भाजपा की कार्यसमिति का पूरा फोकस इस साल 9 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव रहे। इसके लिए चुनाव वाले राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से उनके राज्यों के बारे में जानकारी ली गई। इस साल के अंत में छत्तीसगढ़ में भी चुनाव होने हैं। यहां के बारे में प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव यहां की पूरी जानकारी लेकर गए थे, पर उनको मौका ही नहीं मिला। पांच राज्यों के अध्यक्ष ही बोल सके।
प्रदेश कार्यसमिति में बनेगी रणनीति
राष्ट्रीय कार्यसमिति के बाद प्रदेश भाजपा की कार्यसमिति सरगुजा में 20 और 21 जनवरी को रखी गई है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय कार्यसमिति में बूथों को मजबूत करने का जो मंत्र दिया गया है, उसके बारे में सभी को बताया जाएगा। प्रदेश कार्यसमिति में कमजोर बूथों को लेकर भी जानकारी ली जाएगी और इनको मजबूत करने का मंत्र भी बताया जाएगा। आने वाले समय में प्रदेश सरकार को घेरने के लिए क्या-क्या आंदोलन होंगे, उनकी भी रणनीति बनाई जाएगी।