भाजपा के 13 जिलाें की कार्यकारिणी भी लटकी

रायपुर(realtimes) भाजपा के प्रदेश संगठन में नया अध्यक्ष बनने के बाद बनी नई कार्यकारिणी में भाजयुमो, किसान मोर्चा, पिछड़ा और अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष बदले गए। इसके बाद रायपुर शहर जिलाध्यक्ष के साथ कुल 8 जिलों के अध्यक्ष बदले गए और पांच नए जिलों में भी अध्यक्ष बनाए गए। इन सबकी कार्यकारिणी बनाने के लिए राष्ट्रीय सह सगंठन महामंत्री शिव प्रकाश ने 15 नवंबर तक की डेडलाइन तय की थी, लेकिन डेडलाइन खत्म होने के बाद भी किसी की कार्यकारिणी नहीं बन सकी है। भाजपा का पूरा फोकस मिशन-2023 पर है। भाजपा की रणनीति विधानसभा चुनाव में जीत प्राप्त करके फिर से सत्ता में वापसी की है। इसके लिए प्रदेश संगठन में लगातार बदलाव किए गए हैं। प्रदेशाध्यक्ष बदलने के बाद उनकी जो नई कार्यकारिणी बनी है, इसमें भी बड़ा बदलाव किया गया है। 54 सदस्यों की कार्यकारिणी में दो दर्जन नए चेहरे हैं। इसी के साथ कार्यकारिणी से 60 साल से ज्यादा वालों की छुट्टी हो गई है।
13 नए जिलाध्यक्ष
दीपावली के ठीक पहले रायपुर के साथ जहां 8 पुराने जिलाध्यक्षों को बदला गया, वहीं नए बने पांच जिलों में भी नए अध्यक्ष बनाए गए। इन सबको अपनी नई कार्यकारिणी जल्द से जल्द बनाने कहा गया। इसके बाद जब यहां पर राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश बैठक लेने आए तो उन्होंने बची सभी नियुक्तियों के लिए 15 नवंबर का समय तय किया, लेकिन यह समय निकलने के बाद भी किसी की कार्यकारिणी नहीं बनी है।
ओवरएज पर भी बड़ा पेंच
भाजयुमो के पुराने अध्यक्ष की कार्यकारिणी में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के 35 साल से ज्यादा वालों को न रखने के निर्देश के बाद कुछ ओवरएज कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी बना दिया गया था। इसको लेकर बड़ा विवाद भी हुआ। इस मामले में पूर्व प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने कार्रवाई की भी तैयारी की थी। सभी पदाधिकारियों की पूरी कुंडली मंगवाई गई थी, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब नई कार्यकारिणी को लेकर कहा जा रहा है, इसमें जहां पदाधिकारी अंडर 35 साल वाले ही रहेंगे, वहीं जो ज्यादा उम्र के हैं, उनको बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। ऐसे में प्रदेश कार्यकारिणी के कुछ नेताओं के साथ कई जिलाध्यक्ष भी बाहर हो जाएंगे, लेकिन ऐसा करना नए अध्यक्ष के लिए आसान नहीं है। जो भी ओवरएज हैं, वे दिग्गज नेताओं के समर्थक हैं। इनको बाहर का रास्ता दिखाने का काम आसान नहीं है। यह भी एक बड़ी वजह है, जिसके कारण कार्यकारिणी का ऐलान अब तक नहीं हो सका है।
करेंगे बड़ा बदलाव
भाजयुमो के नए अध्यक्ष रवि भगत का कहना है, कार्यकारिणी में प्रदेश संगठन की कार्यकारिणी की तरह ही बड़ा बदलाव होगा। इसको लेकर लगभग तैयारी हो गई है। अब भानुप्रतापपुर के उपचुनाव के बाद सभी वरिष्ठ नेताओं से नई कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की सूची पर सहमति लेकर कार्यकारिणी का ऐलान किया जाएगा। किसान मोर्चा के अध्यक्ष पवन साहू का कहना है, कार्यकारिणी का खाका लगभग तैयार है, बस उस पर वरिष्ठ नेताओं की अंतिम सहमति बाकी है। इसके पूरा होते ही ऐलान कर देंगे।