मुफ्त तिरंगा बांटने में भाजपा के सांसदाें काे चार-चार और विधायकाें काे लगेगा दाे-दाे लाख का फटका

रायपुर(realtimes) भाजपा के सांसद काे मुफ्त तिरंगा बांटने में चार-चार लाख और विधायकाें काे दाे-दाे लाख इसी के साथ पूर्व विधायकाें काे एक-एक लाख का बड़ा फटका लगने वाला है। दरअसल में देश की 75वीं सालगिरह पर मनाए जाने वाले अमृत महोत्सव के लिए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने बड़ी तैयारी की है। हर घर तिरंगा अभियान में भाजपा ने सभी राज्यों को मुफ्त तिरंगा बांटने का लक्ष्य दिया है। इसमें छत्तीसगढ़ के हिस्से में दस लाख तिरंगा बांटने का लक्ष्य है। इसके लिए सांसदों को 20-20, विधायकों को 10-10, पूर्व विधायकों को 5-5 और विधायक प्रत्याशी रहने वालों को ढाई-ढाई हजार तिरंगा बांटने के लिए कहा गया है। इनका वितरण भी हो रहा है। इसी के साथ निगमों के पार्षदों को एक-एक हजार और पालिकाओं के पार्षदों को पांच-पांच सौ बांटने कहा गया है। नगर पंचायत और ग्राम पंचायत के सदस्यों को भी लक्ष्य दिया गया है। भाजपा ने कुसल दस लाख तिरंगे बांटने का लक्ष्य रखा है, इस पर दाे करोड़ का खर्च हाेगा और यह सारा खर्च जनप्रतिनिधियाें काे करना है।
आजादी के 75 साल पूरे होने पर इसको देश भर में बड़े पैमाने पर मनाया जा रहा है। इसको लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने-अपने तरीके से अलग-अलग तैयारी की है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने देश भर में 25 करोड़ घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य तय किए हैं। हर राज्य को अलग-अलग लक्ष्य दिया गया है। इसमें भाजपा ने अपने सभी जनप्रतिनिधियों के साथ पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी जिम्मदारी दी है।
सांसदों काे 20-20 और विधायकाें काे 10-10 हजार बांटने का फरमान
जो तिरंगा बांटा जा रहा है, वह तिरंगा 20 रुपए का एक है। सांसदों को 20 हजार तिरंगे बांटने हैं। ऐसे में एक सांसद को चार लाख खर्च करने पड़ रहे हैं। प्रदेश में लोकसभा के 9 और राज्यसभा के एक सांसद हैं। ऐसे में दो लाख तिरंगे यही हो जाएंगे। भाजपा के इस समय प्रदेश में 14 विधायक हैं, ये एक लाख 40 हजार तिरंगे बांटेंगे। हर विधायक को इसके लिए दो लाख खर्च करने पड़ रहे हैं। पूर्व विधायकों को पांच हजार तिरंगे बांटने हैं। पूर्व विधायक सौ से ज्यादा हैं। इनके हिस्से पांच लाख तिरंगे आ रहे हैं। इनको एक-एक लाख खर्च करने पड़ रहे हैं। विधायक प्रत्याशी भी सौ से ज्यादा रहे हैं। इनको ढाई-ढाई हजार तिरंगे बांटने हैं। ये ढाई लाख तिरंगे बांटेंगे। इन सबको मिलाकर ही दस लाख का लक्ष्य पूरा हो जाएगा।