
सुनवाई के दौरान जुबैर की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता वृंदा ग्रोवर पेश हुईं और कहा कि विवादित छवि हिंदी सिनेमा से आती है और कई अन्य लोगों द्वारा साझा की गई है। ग्रोवर ने कोर्ट रूम में सीन प्ले करने की इजाजत भी मांगी।
उन्होंने याचिका में कहा, क्या मैं इस सीन को प्ले कर सकती हूं ताकि कोर्ट के दिमाग में कोई सवाल न हो? मैं न केवल रिमांड का विरोध कर रही हूं बल्कि इसके बाद मैं जमानत भी मांगूंगी।
ग्रोवर ने लंबा तर्क देते हुए कहा कि एक पत्रकार का सत्ता से सच बोलना पेशेवर कर्तव्य है और उसे निशाना बनाया जा रहा है, यह आरोप लगाते हुए कि पुलिस ‘सत्ता का दुरुपयोग’ कर रही है।