रेत घाट ठेकेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई तो परिवहन होगा बंद

रायपुर(realtimes) रेत के अवैध उत्खनन और भंडारण को लेकर जिला प्रशासन ने जो कार्रवाई की है, उसको लेकर अब छत्तीसगढ़ रेत परिवहन संघ ने ही मोर्चा खोल दिया है। संघ के अध्यक्ष गिरधारी सोनवानी का सीधा आरोप है कि ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई न करके ट्रकों पर कार्रवाई की जा रही है। अगर यही चलता रहा तो ट्रकों का परिवहन बंद कर दिया जाएगा। इधर कार्रवाई के बाद भी रेत की कीमत में कोई फर्क नहीं पड़ा है। अब भी मनमर्जी से रायल्टी के साढ़े चार हजार रुपए और लोडिंग के 12 रुपए फीट तक वसूले जा रहे हैं। एक ट्रक की कीमत 20 हजार रुपए पड़ रही है।
मानसून के कारण रेत घाटों को 15 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। घाटों के बंद हाेने से पहले ही रेत घाट के ठेकेदारों ने हजारों ट्रक रेतों का अवैध भंडारण घाटों के आस-पास कर लिया है। हरिभूमि में प्रमुखता से खबर के प्रकाशन के बाद इस पर जिला प्रशासन ने एक दिन पहले बड़ी कार्रवाई करते हुए कई ट्रकों को पकड़ने के साथ कुछ पर एफआईआर भी करवाई है।
ठेकेदारों पर मेहरबानी
रेत परिवहन का काम करने वाले परिवहन संघ के अध्यक्ष गिरधारी सोनवानी का साफ कहना है, जिला प्रशासन की कार्रवाई पूरी तरह से एकतरफा है, महज खानापूर्ति के लिए ट्रकों पर कार्रवाई की जा रही है। एक भी रेत घाट के ठेकेदार और भंडारण करने वालों पर कार्रवाई नहीं की गई है। उनका कहना है, हमेशा से ही जब भी रेत के अवैध भंडारण और उत्खनन की बात आती है तो ठेकेदारों को छोड़कर ट्रकों से परिवहन करने वालों पर शासन का एक्शन होता है। किसी भी रेत घाट पर ठेकेदार का नाम तक नहीं लिखा गया है।
20 हजार रुपए ट्रक में ही मिल रही रेत
रायपुर जिले में कार्रवाई के बाद भी रेत की कीमत में कोई कमी नहीं आई है। अब भी रेत की रायल्टी के 660 रुपए के स्थान पर साढ़े चार हजार तक वसूले जा रहे हैं। इसी के साथ लोडिंग के तीन रुपए फीट के स्थान पर 12 रुपए फीट तक लिए जा रहे हैं। ऐसे में सात सौ फीट ट्रक की रेत की कीमत रायल्टी और लोडिंग मिलाकर ही 13 हजार हाे रही है। इसके अलावा पांच हजार का डीजल रायपुर तक आने में लग रहा है। इस तरह से 18 हजार रुपए लग रहे हैं। इसको परिवहन करके लाने वाले 20 हजार तक बेच रहे हैं। 20 हजार में लेकर बिल्डिंग मटेरियल वालों को इसको 21 से 22 हजार में बेचना पड़ रहा है। सामान्य समय में एक ट्रक रेत की कीमत सभी खर्च मिलाकर साढ़े आठ हजार पड़ती है। इसको रायपुर लाकर दस हजार तक में बेचा जाता है, लेकिन अब कीमत डबल हो गई है।