अब मालभाड़े में हाेगी राहत की बारिश

रायपुर(realtimes) महंगाई की गर्मी के बीच पेट्रोल और डीजल की कीमत में राहत की बाैछार के बाद अब मालभाड़े में भी राहत की बारिश के आसार पैदा हाे गए हैं। अभी तो तत्काल में भाड़ा कम नहीं किया गया है, पर एक दो दिनाें में बाहर का भाड़ा पांच और लोकल भाड़ा तीन फीसदी तक कम हो जाएगा। ऐसा होने से सब्जी और किराना सामानों की कीमत में भी इसका असर पड़ेगा और महंगाई कम होने की संभावना है।
डुमरतराई के थोक बाजार में देश के कई राज्यों से कारोबार होता है, जहां बाहर के राज्यों से यहां पर हर तरह का किराना सामान आता है, वहीं यहां से आस-पास के राज्यों में भी सामान जाता है। इसी के साथ प्रदेश के सभी जिलों में भी सामान जाता है। इसी के साथ सब्जियां, आलू, प्याज, फल बाहर के राज्यों से आते हैं और बाहर भी जाते हैं।
बाहर का भाड़ा पांच फीसदी तक हाेगा कम
थाेक सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष टी. श्रीनिवास रेड्डी के मुताबिक तत्काल में तो भाड़ा कम नहीं हुआ है, पर भाड़ा कम जरूर होगा। भाड़ा पांच फीसदी से ज्यादा कम होने की संभावना नहीं है। जो माल एक लाख रुपए ट्रक आता है, उसमें पांच हजार कम हो जाएंगे। इस समय एक ट्रक टमाटर का भाड़ा 70 हजार रुपए है। इसमें चार हजार तक भाड़ा कम होने की संभावना है। इसी तरह से किराना सामानों में लातूर से दौ सौ रुपए क्विंटल की दर से माल आता है। इसी के साथ उप्र से ढाई सौ रुपए क्विंटल की दर से माल आता है। इसमें पांच फीसदी तक भाड़ा कम हो जाएगा।
लोकल भाड़े में तीन फीसदी मिलेगी राहत
थोक कारोबारियों के मुताबिक लोकल भाड़ा ज्यादा कम होने की संभावना नहीं है। पिछली बार जब डीजल में एक्साइज ड्यूटी दस रुपए कम हुई थी तो भी भाड़ा कम करवाने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ी थी। लोकल ट्रांसपोर्टरों काे डीजल की कीमत ज्यादा रहने के कारण हुए नुकसान के कारण कारोबारियों ने भी दबाव नहीं डाला। कारोबारियों का ही कहना है कि डीजल की कीमत सवा सात रुपए ही कम हुई है। ऐसे में तीन फीसदी तक भाड़ा कम करने पर सहमति बनने की संभावना है।