काैशिक बाेले- कोंडागांव जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर हमारे आरोपों को सरकार ने खुद किया प्रमाणित

रायपुर(realtimes) नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा, उनके द्वारा बार-बार सूखा राशन में 400 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा था और विधानसभा में इस पर लगातार प्रश्न भी लगाए गाए थे। अब प्रदेश सरकार ने कोंडागांव जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर हमारे आरोप को प्रमाणित भी कर दिया है।
श्री कौशिक ने कहा, जिला शिक्षा अधिकारी के निलंबन आदेश में स्पष्ट उल्लेख है कि सूखा राशन के वितरण बिना निविदा बुलाये निजी संस्था से सामग्री आपूर्ति तथा शालाओं खाद्यानों की मात्रा कम पाए जाने के कारण व विद्यामितानिन, अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में अनियमितता के कारण उन्हें निलंबित किया जाता है। उन्होंने कहा, जुलाई के विधानसभा सत्र में इस मुद्दे पर आधे घंटे से अधिक सदन में गरमागर्मी रही और स्कूल शिक्षा मंत्री अपने अधिकारियों को बचाने का प्रयास करते रहे।
उन्होंने कहा कि इसके पश्चात् अनियमितताओं को लेकर शिक्षा मंत्री को पत्र भी भेजा गया था और पत्र पर की गई कार्रवाई के संबंध में विधानसभा में जानकारी चाही गई थी, किन्तु मंत्री जी मौन थे। विभाग में लग रहे लगातार भ्रष्टाचार के आरोप के कारण विवश होकर शिक्षा मंत्री को कार्रवाई करनी पड़ी, हम इसका स्वागत करते है और उम्मीद करते हैं कि जगदलपुर, सूरजपुर में भी किए गए भ्रष्टाचार पर भी कार्रवाई करेगें। श्री कौशिक ने कहा, सूरजपुर उनका स्वयं का जिला है वहां पर एक स्व-सहायता समूह, ट्राईबल मार्ट से करोड़ों की राशि का सूखा राशन की खरीदी बिना निविदा के की गई है और जगदलपुर जिले में भी बिना निविदा के निजी संस्था से खरीदी की गई है, उम्मीद है कि इन पर भी तत्काल कार्रवाई करेगें। श्री कौशिक ने कहा, विभाग में गुणवत्ता विहीन बर्तन व फर्नीचर प्रदाय करने के लिए भी रैकेट बना हुआ है।