
रायपुर(realtimes) नए साल में भी सरिया की कीमत 60 हजार के पार हाे गई है। पिछले साल सरिया पहली बार 60 हजार के पार गया था। इसके बाद इसकी कीमत रिकार्ड 65 हजार तक गई थी। नए साल में पहले मांग न होने के बाद भी सीमेंट की कीमत में बीस रुपए का इजाफा कर दिया गया है। सीमेंट अब कहीं भी तीन सौ रुपए से कम में नहीं मिल रहा है। अब इसके बाद सरिया की कीमत में भी आग लग गई है। लोकल सरिया चिल्हर में जहां 60 हजार रुपए टन के पार हो गया है, वहीं ब्रांडेड सरिया 62 से 63 हजार रुपए टन मिल रहा है। इधर सीमेंट की कीमत में एक बार फिर से कंपनियां दस रुपए का इजाफा करने की तैयारी में हैं। इसके लिए कारोबारियों के पास कंपनियों के फिर से मैसेज आने लगे हैं।
अपने राज्य में ही सीमेंट के सबसे ज्यादा प्लांट हैं। देश भर में यहां से बहुत ज्यादा सीमेंट की सप्लाई होती है। पिछले साल सीमेंट सेक्टर में बहुत उतार-चढ़ाव रहा। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण सीमेंट को लेकर भारी परेशानी हुई। इसी के साथ स्टील सेक्टर में कोयला संकट के चलते सरिया ने भी रिकार्डतोड़ कीमत का स्तर छूआ। लेकिन नए साल में ऐसा कुछ न होने के बाद भी इन दोनों सेक्टरों में अचानक कीमत आसमान पर चली गई है। पहले सीमेंट प्लांटों ने मांग न होने के बाद भी कीमत में कुछ दिनों पहले ही 20 रुपए का इजाफा किया अब फिर से दस रुपए कीमत बढ़ाने की तैयारी है।
सरिया फिर 60 हजार रुपए टन
सरिया की कीमत नए साल में चिल्हर में 55 से 56 हजार रुपए टन चल रही थी। लेकिन कुछ ही दिनों में इसकी कीमत अचानक 60 हजार के भी पार हो गई है। बिल्डिंग मटेरियल कारोबारियों का कहना है, लोकल सरिया की बेसिक कीमत 50 हजार रुपए टन है। इसमें 18 प्रतिशत जीएसटी जोड़ने पर कीमत 59 हजार हो जाती है। ऐसे में यह चिल्हर में कहीं 60 हजार तो कहीं 61 हजार तक बिक रहा है। इसी तरह से ब्रांडेड सरिया लोकल सरिया से दो हजार रुपए ज्यादा कीमत पर बिक रहा है। यह 62 से 63 हजार रुपए टन में मिल रहा है।
फिर कोयला संकट
स्टील उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है, इंडोनेशिया ने आने वाला कोयला अभी नहीं आ रहा है। वहां की सरकार ने इसके आयात पर एक माह का प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में विशाखापट्टनम के पोर्ट में जो कोयला है, उसकी कीमत दो से तीन हजार रुपए बढ़ा दी गई है। ऐसे होने से ही सरिया की कीमत में तेजी आई है।