गोधन सेस की राशि से गोबर खरीदने पर हंगामा, बहिर्गमन

रायपुर(realtimes) विधानसभा में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने गोधन विकास के लिए शराब बिक्री पर लगाए गए सेस के उपयोग का मामला उठा दिया। जवाब में बताया गया कि इस सेस से अब तक 150 करोड़ रुपए मिले हैं। इनमें से 350 लाख का व्यय हुआ है। भाजपा विधायकों ने इस राशि का उपयोग गोबर खरीदी के भुगतान में करने का आरोप लगाकर सरकार को घेरने की कोशिश की।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि गोबर खरीदी भी गोधन और गोठान से जुड़ा हुआ मामला है। भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने भाजपा विधायकों ने आबकारी सेस का दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिसूचना के अनुसार यह राश्शि केवल गोठान के विकास में खर्च होनी चाहिए थी, लेकिन सरकार ने इसका उपयोग गोबर खरीदी के लिए किया है। उन्होंने बार-बार पूछा कि दिए गएमद के अलावा अन्य मद में इसका खर्च किया जा सकता है क्या। मंत्री ने इसका जवाब दिया कि उसी पर ही खर्च किया जा रहा है। इस पर विपक्ष ने हंगामा किया। बाद में कार्यवाही से बहिर्गमन कर विरोध जताया।
सोंढूर बांध के नहर निर्माण में गांव वालों की जमीन नहीं
एक अन्य प्रश्र में सोंढूर जलाशय के नहर निर्माण के लिए जमीन की क्षतिपूर्ति का मामला उठा। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि क्षतिपूर्ति का भुगतान वन विभाग को किया जा चुका है। यह योजना 1978 की है। जहां गांव वाले जमीन में क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे हैं, वो जमीन ही गांव वालों की नहीं है। वह जमीन वन भूमि है और क्षतिपूर्ति का भुगतान वन विभाग को किया जा चुका है।