कांग्रेसी, भाजपाईयों को याद दिलाएंगे उनके पुराने वादे

कांग्रेस और भाजपा विधायक दल ने एक दूसरे को घेरने की रणनीति बनाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधासभा का बजट सत्र शुरू हो गया है। कांग्रेस और भाजपा विधायक दल ने एक दूसरे को घेरने की रणनीति बनाई। कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक में विधायकों को विपक्ष के सवालों का करारा जवाब देने कहा है। कांग्रेस विधायकों को संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने सदन की कार्रवाई के दौरान सक्रिय रहने की हिदायत दी है। उन्हें हर मुद्दे पर तैयारी के साथ सदन में आएं और चर्चा के दौरान विपक्ष के आरोपों का जवाब देने कहा ।
मुख्यमंत्री निवास में देर शाम हुई बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित उनके मंत्रिमंडल के सभी सदस्य उपस्थित थे। करीब दो घंटे तक चली बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट सत्र सबसे लंबा चलता है। इस दौरान सरकार के कार्याें और योजनाओं को लेकर विपक्ष के द्वारा कई सवाल उठाए जाते हैं। पार्टी के विधायकों को सरकार के उपर लगने वाले आरोपों के बचाव में खुलकर सामने आना होगा। विधायकों को इसके लिए पूरी तैयारी के साथ सदन में आना चाहिए। आने वाले मुद्दों का अध्ययन कर सदन में अपनी बात रखे ऐसी तैयारी होनी चाहिए। बैठक में संसदीय कार्यमंत्री ने विधायकों से कहा कि सक्रियता के साथ ही उन्हें भाजपा के संकल्प पत्र में किए गए वादों को याद दिलाना होगा। उन्होंने कहा कि संसदीय मर्यादा में रहकर विरोध करना चाहिए। बैठक को अन्य मंत्रियों ने भी संबोधित किया।
सदन में उपस्थित सुनिश्चित करें
बैठक में सभी विधायकों को निर्देशित किया गया है कि सत्र के दौरान अपनी उपस्थिति निरंतर बनाए रखें। विधायकों को कहा गया है सत्र के दौरान कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा के दौरान उन्हें सक्रियता दिखानी होगी। बजट सत्र के दौरान हर विभाग के अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। विभागवार चर्चा की तैयारी करके ही आएं। राजनीतिक मामलों में भी विपक्ष के द्वारा घेरने का प्रयास किया जाता है ऐसे मामलों को उसी तर्ज पर जवाब दें।
अभिभाषण सहित अन्य मुद्दों में सरकार को घेरेंगे
भाजपा विधायक दल की हुई बैठक विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष कार्यालय में हुई। बैठक में राज्यपाल के अभिभाषण पर सहित कई मुद्दों पर चर्चा को लेकर रणनीति बनायी गयी। सत्र के दौरान सरकार की योजनाओं की खामियों को सामने रखने के अलावा अन्य मामलों में भी घेरने की रणनीति बनी। विधायकों से कहा गया कि तथ्यों सहित मामलों को सिलसिले वार रखने का प्रयास करें।