छत्तीसगढ़ के किसानों ने सिंघु बार्डर पर निकाली रैली

आंदोलन के 57वें दिन छत्तीसगढ़ के 5 किसान करेंगे भूख हड़ताल
रायपुर। कॉरपोरेट परस्त कृषि कानून और आम उपभोक्ता विरोधी कानून को रद्द करने व न्यूनतम समर्थन मूल्य गारण्टी कानून लागू करने की मांग को लेकर दिल्ली के विभिन्न सीमाओं में आंदोलन जारी है। समर्थन में छत्तीसगढ़ से गए किसानों की जत्थे ने सिंघु बार्डर में रैली निकाल कर जोरदार प्रदर्शन किया।
रैली की अगुवाई अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव व छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संचालक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा छत्तीसगढ़ के उपाध्यक्ष मदन लाल साहू, आदिवासी भारत महासभा के संयोजक सौरा यादव, क्रांतिकारी सांस्कृतिक मंच के संयोजक तुहीन देब, क्रांतिकारी विद्यार्थी संगठन के संयोजक टिकेश कुमार, प्रमोद कुमार, क्रांतिकारी नौजवान भारत सभा के वेणुगोपाल, क्रांतिकारी महिला संगठन के उपाध्यक्ष उर्मिला, सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम शर्मा ने किया। आंदोलन के 57वें दिन छत्तीसगढ़ के पांच किसान तेजराम विद्रोही, सौरा यादव, मदन लाल साहू, राधेश्याम शर्मा और वेणुगोपाल भूख हड़ताल पर रहेंगे।
रैली के बाद सभा को संबोधित करते हुए आदिवासी भारत महासभा के संयोजक सौरा यादव ने कहा कि देश के अन्नदाताओ के सँघर्ष को दो माह पूरे होने जा रही है अब तक 131 किसान शहीद हो चुके हैं, किसानों की मांग बहुत ही स्पष्ट है। तीन कृषि कानून की वापसी एंव एम एस पी पर कानून बनाना। केंद्र की मोदी सरकार ने कंगारु अदालत का सहारा लिया। अब राष्ट्र की सुरक्षा की आड़ मे सैकड़ों किसान नेताओं पर एनआईए लगाकर तानाशाही दमन शुरू किया है। मूर्ख तानाशाह को दुनिया एवं भारत का किसान आंदोलनों का इतिहास को पढ़ना चाहिए। आज पूरा देश तीनों काले कानून के विरोध में आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार देश की जनता की लगातार उपेक्षा कर रही है। किसानों का आंदोलन अब और तेज होगा।