रायपुर एम्स में अब तक पांच हजार से ज्यादा कोरोना मरीज हुए ठीक

इनमें तीन हजार पुरुष, 112 बच्चे भी डिस्चार्ज किए गए
91 गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी कोविड वार्ड में किया गया
रायपुर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर के कोविड-19 वार्ड से अब तक 5063 रोगियों को ठीक करने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। इनमें सबसे अधिक लगभग तीन हजार पुरुष हैं। वहीं 112 बच्चे भी कोविड-19 ठीक होने के बाद परिजनों के पास वापस जा चुके हैं।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने बताया कि अब तक 5200 कोविड-19 पॉजीटिव रोगी एम्स के कोविड वार्ड में एडमिट किए जा चुके हैं। इनमें से 3214 पुरुष और 1884 महिलाएं हैं। 5063 रोगी अभी तक ठीक हो चुके हैं। इनके अतिरिक्त 112 बच्चों का कोविड-19 का उपचार किया गया और 91 महिलाओं की डिलीवरी भी यहां हो चुकी है। इन रोगियों में 1277 रोगी ऐसे थे जो 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे मगर इन्होंने भी एम्स के चिकित्सकों की मदद से कोविड-19 ठीक करने में सफलता हासिल की। एम्स की वीआरडी लैब में अब तक 2,67,338 टेस्ट किए जा चुके हैं इनमें 1,45,719 पॉजीटिव पाए गए हैं। पिछले 24 घंटे में 837 सैंपल टेस्ट किए गए इनमें से 92 पॉजीटिव पाए गए हैं।
वहीं, गुरुवार को एम्स के सी-ब्लॉक में तीसरी मंजिल पर एडमिट जांजगीर चापा के 49 वर्षीय पुरुष रोगी ने दोपहर 12 बजे वार्ड के बाथरूम से कूदकर आत्महत्या कर ली। रोगी 22 नवंबर को एम्स के कोविड-19 वार्ड में एडमिट किया गया था। यहां शुरूआत में उसे आक्सीजन की आवश्यकता थी मगर गत दिवस उसकी स्थिति नियंत्रण में होने के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट किया गया था। प्रातः 11.30 बजे कोविड वार्ड के चिकित्सकों ने उसका चेकअप किया था। इसके बाद रोगी ने बाथरूम में जाकर अंदर से किवाड़ बंद कर लिया और खिड़की पर लगी जाली को तोड़कर वहां से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। रोगी को आयुष ब्लाक के आईसीयू में ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।