प्रणब मुखर्जी के निधन पर मुख्यमंत्री, राज्यपाल और विस अध्यक्ष ने जताया दुःख

रायपुर. पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने गहरा दुःख जताया है। भूपेश बघेल ने इसे राष्ट्र के लिए अपूरनीय क्षति बताया और इस दुख की घड़ी में परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने अपने शोक सन्देश में कहा है कि श्री प्रणब मुखर्जी ने अपने लंबे राजनैतिक जीवन में देश की उन्नति और समाज के हर वर्ग के हित के लिए कार्य करते हुए अपना अभूतपूर्व योगदान दिया। उनका निधन राष्ट्रीय क्षति है, इस कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा।
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने त्वीट कर कहा, मुझे देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा दुख हुआ। श्री मुखर्जी ने राष्ट्रपति के रूप में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जो देश की प्रगति में महत्वपूर्ण आधारस्तंभ बनें। वे एक कुशल प्रशासक और बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे।
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
डॉ महंत ने कहा कि, वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व राष्ट्रपति,भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन का समाचार दुःखद है। श्री मुखर्जी के निधन से मन बेहद दुखी है, उनका जाना हम सबके लिए राष्ट्रीय क्षति है। पश्चिम बंगाल के प्रतिष्ठित राजनीतिक व्यक्तित्व थे। राजनीति में समाज सेवा के रास्ते उन्होंने अपनी राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान बनायी एवं केंद्रीयमंत्री से लेकर राष्ट्रपति होने तक गौरव उन्हें प्राप्त था। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। दुःख की इस घड़ी में हम सब उनके परिजनों के साथ हैं।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की यादें छत्तीसगढ़ से भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने वर्ष 2007 में विदेश मंत्री रहते हुए राजधानी रायपुर में नवीन पासपोर्ट कार्यालय का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए वर्ष 2012 में 6 और 7 नवम्बर 2012 को दो दिवसीय यात्रा के दौरान राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के साथ ही उन्होंने नए मंत्रालय परिसर का उद्घाटन, स्वामी विवेकानन्द हवाई अड्डा रायपुर में नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। श्री मुखर्जी अपनी इस यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल जिला नारायणपुर में जनजाति कल्याण विभाग के 500 सीटर छात्रावास और रामकृष्ण मिशन आश्रम के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के भवन की आधारशिला रखी। श्री मुखर्जी 26 जुलाई 2014 को पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के स्वर्ण जयंती दीक्षांत समारोह और 17 अप्रैल 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रायपुर के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में भी शामिल हुए थे।