पीएम मोदी, PM Modi Man Ki bat 30th August radio

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित करे रहे हैं। यह 68वीं बार होगा जब पीएम मोदी देशवासियों से मन की बात कार्यक्रम के जरिए जुड़ रहे हैं। पीएम मोदी के इस रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण आज सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 26 जुलाई को मन की बात कार्यक्रम के 67वें संस्करण के तहत देश को संबोधित किया था।
बता दें कि मन की बात कार्यक्रम से पहले पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के लिए 18 अगस्त को लोगों से इनपुट्स और विचारों को साझा करने के लिए कहा था।
लाइव अपडेट:
खिलौनों के साथ हम दो चीजें कर सकते हैं – अपने गौरवशाली अतीत को अपने जीवन में फिर से उतार सकते हैं और अपने स्वर्णिम भविष्य को भी संवार सकते हैं।
Global toy industry, 7 लाख करोड़ से भी अधिक की है। 7 लाख करोड़ रुपयों का इतना बड़ा कारोबार, लेकिन भारत का हिस्सा उसमें बहुत कम है। जिस राष्ट्र के पास इतने विरासत हो, परम्परा हो, क्या खिलौनों के बाजार में उसकी हिस्सेदारी इतनी कम होनी चाहिए।
हमारे देश में Local खिलौनों की बहुत समृद्ध परंपरा रही है। कई प्रतिभाशाली और कुशल कारीगर हैं, जो अच्छे खिलौने बनाने में महारत रखते हैं। भारत के कुछ क्षेत्र Toy Clusters यानी खिलौनों के केन्द्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैं।
खिलौने जहां activity को बढ़ाने वाले होते हैं, तो खिलौने हमारी आकांक्षाओं को भी उड़ान देते हैं। खिलौने केवल मन ही नहीं बहलाते, खिलौने मन बनाते भी हैं और मकसद गढ़ने वाले भी होते हैं।
ऋगवेद में मंत्र है- अन्नानां पतये नमः, क्षेत्राणाम पतये नमः
अर्थात अन्नदाता को नमन है। किसान को नमन है। किसानों ने कोरोना जैसे कठिन समय में अपनी ताकत को साबित किया है।
हमारे देश में इस बार खरीफ की फसल की बुआई पिछले साल के मुकाबले 7 प्रतिशत ज्यादा हुई है। #MannKiBaat pic.twitter.com/StoUHZFhQ0
— BJP (@BJP4India) August 30, 2020
बिहार के पश्चिमी चंपारण में सदियों से थारू आदिवासी समाज के लोग 60 घंटे के लॉकडाउन, उनके शब्दों में ‘60 घंटे के बरना’ का पालन करते हैं। प्रकृति की रक्षा के लिए बरना को थारू समाज के लोगों ने अपनी परंपरा का हिस्सा बना लिया है और ये सदियों से है।
हम बहुत बारीकी से अगर देखेंगे, तो एक बात अवश्य हमारे सामने आएगी- हमारे पर्व और पर्यावरण। इन दोनों के बीच एक बहुत गहरा नाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में नागरिकों में अपने दायित्वों का अहसास है। हर तरह के उत्सवों में लोग संयम बरत रहे हैं। देश में हो रहे हर आयोजन में जिस तरह का संयम और सादगी इस बार देखी जा रही है, वो अभूतपूर्व है।
पीएम मोदी ने कहा कि, आम तौर पर ये समय उत्सव का है। जगह-जगह मेले लगते हैं, धार्मिक पूजा-पाठ होते हैं। कोरोना के इस संकट काल में लोगों में उमंग और उत्साह तो है ही, मन को छू लेने वाला अनुशासन भी है।