सरकारी स्कूल में दस्तावेज जलाने पर बवाल, अफसराें ने दिया जांच का निर्देश

खैरागढ़। खैरागढ़ के शासकीय अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक शाला (क्रमांक-1) में बिना अनुमति स्कूल दस्तावेज और किताबें जलाने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में रोष है और सवाल उठ रहे हैं कि क्या कोई गड़बड़ी छुपाने की कोशिश की गई? शाला प्रबंधन ने किताबें, रजिस्टर और सरकारी दस्तावेजों को बिना किसी प्रक्रिया या अनुमति के जला दिया। यह कार्य न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि इससे शंका और नाराजगी भी बढ़ी है।
लोगों ने जताई चिंता, गड़बड़ी छिपाने का शक
स्थानीय नागरिकों और शिक्षकों का कहना है कि ऐसा कदम उठाकर स्कूल ने किसी बड़ी अनियमितता को छिपाने की कोशिश की हो सकती है। उन्होंने इस कृत्य को गंभीर लापरवाही बताया और इसकी पारदर्शी जांच की मांग की।
संयुक्त कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
इस मामले पर संयुक्त कलेक्टर सुमन राज ने संज्ञान लिया और जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को तुरंत जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, “अगर कोई दोषी पाया गया तो उस पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।” स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यह मामला सामने नहीं आता तो भविष्य में ऐसे कई फर्जीवाड़े छिपाए जा सकते थे। अब सभी की नजर जांच रिपोर्ट पर है, जिससे पता चल सके कि दस्तावेज क्यों और किसने जलाए।