बिरला ने मानव रचना विश्वविद्यालय के छात्रों को कहा कि 21वीं सदी भारत की होगी
नई दिल्ली। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि 21वीं सदी भारत की है और इस सदी में युवा हमारी विकास गाथा का नेतृत्व करेंगे। वह शनिवार को मानव रचना विश्वविद्यालय के 27वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवाओं में नई उमंग, नया उत्साह, सामर्थ्य, नई इनोवेशन करने की क्षमता और समय की मांग के अनुसार बदलाव लाने का आत्मविश्वास है। विश्व पटल पर भारत के बढ़ते कद के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश आगे बढ़ रहा है और हमारी युवा पीढ़ी इस परिवर्तन में सबसे आगे है।
नवाचार और प्रौद्योगिकी में भारत की प्रगति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 21वीं सदी भारत और यहाँ के युवाओं की है, जो पूरी दुनिया के देशों में नवाचार क्रांति को आगे बढ़ा रहे हैं। भारत की ज्ञान, सामर्थ्य और संस्कृति की समृद्ध विरासत को मजबूत भविष्य की आधारशिला बताते हुए उन्होंने वसुधैव कुटुम्बकम अर्थात दुनिया को एक परिवार मानने की विचारधारा की बात भी की। उन्होंने कहा कि युवा परिवर्तन के वाहक हैं और भारत की विकास गाथा के नायक हैं।
भारत की विकास गाथा में लोकतंत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए श्री बिरला ने कहा कि संवाद और चर्चा राष्ट्र की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ के बारे में बात करते हुए उन्होंने संवैधानिक मूल्यों के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता का जिक्र किया, जिससे हमारी सफलता का मार्ग प्रशस्त हुआ।
उन्होंने छात्रों को अच्छी शिक्षा के साथ संस्कार देने के लिए विश्वविद्यालय के संकाय की भी प्रशंसा की। उन्होंने स्नातक छात्रों के जीवन में विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों के महत्वपूर्ण योगदान की बात करते हुए उनकी सराहना भी की। श्री बिरला ने कहा कि प्रत्येक योगदान, चाहे कितना भी छोटा क्यों न हो, छात्रों की उपलब्धियों में महत्वपूर्ण रहा है।