लॉकडाउन पर राज्यों के रवैये की वजह से केंद्र बढ़ा सकता है लॉकडाउन की अवधि

नईदिल्ली (Realtimes) देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज लगातार सामने आ रहे हैं. इसके बावजूद राज्य सरकारों के ढीले-ढाले रवैये के बाद केंद्र सरकार बेहद सतर्क हो गई है। उसने संकेत दिए हैं कि अगर यही हाल रहा तो वहां पर सख्ती बरती जाएगी और लॉकडाउन की अवधि भी बढ़ाई जा सकती है।
साथ ही हाल में दी गई विभिन्न छूटों को भी समाप्त किया जा सकता है। फिलहाल केंद्र की विशेष टीमें कुछ राज्यों का दौरा कर वहां के हालात का जायजा लेंगी। बाद में इनका दायरा बढ़ाया जा सकता है। केंद्र को उम्मीद है कि लॉकडाउन के दूसरे चरण में संक्रमण के फैलाव पर काफी अंकुश लगाया जा सकता है, लेकिन कुछ राज्यों ने जिस तरह का व्यवहार किया है और छूट बढ़ाने की कोशिश की है उससे स्थितियां नाजुक बनी हुई हैं।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान के हॉटस्पॉट क्षेत्रों के हालात भी नाजुक हैं, जबकि पश्चिम बंगाल में खतरा बढ़ा है। वहां पर प्रगति ज्यादा दिखाई नहीं दे रही है। राज्य सरकारों का रवैया चिंताजनक है।
अलग रणनीति पर भी विचार: हॉटस्पॉट के लिए अलग से रणनीति तैयार हो रही है। हॉटस्पॉट और ज्यादा न बने इसकी कोशिश हो रही हैं। जिला प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ाई जा रही है। इस महामारी को रोकने को वभिन्न कानूनी उपायों पर भी विचार किया जा रहा है कि कैस हालात को नियंत्रण करने के लिए सख्त उपाय किए जाएं।