एमपी-राजस्थान में बीजेपी तो छत्तीसगढ़-तेलंगाना में कांग्रेस को बढ़त
Election Result 2023: मध्य प्रदेश में वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है. शुरुआत डाक मत पत्रों की गिनती के साथ हुई. राज्य में 17 नवंबर को चुनाव हुआ था. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज मतगणना की जा रही है। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है। एक तरफ जहां बीजेपी क्लीन स्वीप का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस भी विश्वास जता रही है कि जनादेश उसके पक्ष में रहेगा। राज्य में पिछले 18 साल से बीजेपी की सरकार है। पिछले चुनाव की बात करें तो 2018 में कांग्रेस ने सबसे अधिक सीटें जीती थीं और अन्य दलों के सहयोग से सरकार बनाई थी। लेकिन करीब दो साल बाद बीजेपी ने अन्य विधायकों का सहयोग हासिल कर अपनी सरकार बना ली। इस बार बीजेपी और कांग्रेस के अलावा सपा, बसपा, आप सहित कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं।
मध्य प्रदेश के साथ आज छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना विधानसभा चुनाव की मतगणना भी हो रही है। मिज़ोरम के लिए मतगणना की तारीख बदलकर 4 दिसंबर कर दी गई है। आज छत्तीसगढ़ में 90 सीटों के लिए मतगणना हो रही है। यहां भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है और वो वापसी का दावा कर रहे हैं। वहीं प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी भी जीतने का भरोसा जता रही है।
राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं लेकिन आज 199 सीटों के परिणाम ही घोषित होंगे। दरअसल, श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर निर्वाचन सीट पर कांग्रेस ने अपने वर्तमान विधायत गुरमीत सिंह कुन्नर (75) को मैदान में उतारा था। लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के बाद 15 नवंबर को उनका निधन हो गया जिसके बाद चुनाव आयोग ने इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया था। राजस्थान में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी के बीच है और दोनों ही अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। हालांकि कहा जाता है कि राजस्थान में राज बदलने का रिवाज़ है, मतलब हर पांच साल में यहां सरकार बदल जाती है। देखना होगा कि इस बार भी ये बात सच साबित होती है या नहीं।
तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना हो रही है और बहुमत के लिए 60 सीटें चाहिए। यहां मौजूदा मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) हैं जो भारत राष्ट्र समिति (BRS) के मुखिया हैं। प्रदेश में बीआरए के बाद कांग्रेस और बीजेपी टक्कर में हैं। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी समीकरण बनाने-बिगाड़ने का काम कर सकती है