कांग्रेस की रायपुर और भाजपा की दिल्ली में बन रही छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने पर रणनीति
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम तो कल रात तक आएंगे। इसके पहले कांग्रेस और भाजपा दाेनाें अपनी-अपनी रणनीति बनाने में लगे हैं। जहां एक तरफ सत्ता धारी कांग्रेस की रणनीति रायपुर में बन रही है, वहीं भाजपा की दिल्ली में इसको लेकर रणनीति बन रही है। कांग्रेस ने एक दिन पहले ही यहां पर प्रदेश प्रभारी कुमारा सैलजा के साथ मंथन किया है। इधर दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और अन्य राष्ट्रीय नेता छत्तीसगढ़ को लेकर मंथन कर रहे हैं कि क्या करना है। मतगणना वाले दिन ही दिल्ली से सुबह को मनसुख मंडाविया और ओम माथुर आएंगे।
सहप्रभारी नितिन नवीन आज रात तक आ जाएंगे। मतगणना के बाद नतीजों को देखकर तय किया जाएगा कि क्या करना है। वैसे भाजपा को इस बात का भरोसा है कि उसकी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बन रही है। भाजपा की फिलहाल अपने विधायकों को कहीं भी ले जाने की कोई योजना नहीं है। प्रदेश में विधानसभा के चुनाव दो चरणों में हुए हैं, लेकिन दूसरे राज्यों के चुनाव के कारण नतीजों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। अब नतीजों का पिटारा खुलने में ज्यादा समय नहीं है। भाजपा और कांग्रेस दोनों अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन जनता ने किसके पक्ष में मतदान किया है इसका खुलासा तो नतीजों के आने के बाद ही होगा। वैसे एग्जिट पोल में भाजपा और कांग्रेस दोनों की सरकार बनने की बात सामने आ रही है। हालांकि ज्यादातर एग्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार बनने की बात ज्यादा है। लेकिन नतीजे क्यों होते हैं, यह अहम होगा। प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव का कहना है, हमारी अभी ऐसी कोई योजना नहीं है कि प्रमाणपत्र लेकर प्रत्याशियों को रायपुर बुलाया जाएगा और उनको कहीं बाहर लेकर जाएंगे। नतीजों के हिसाब से राष्ट्रीय नेताओं के निर्देश पर फैसला किया जाएगा।
वार रूम से रहेगी नजर
भाजपा ने अपना वार रूम एकात्म परिसर में बनाकर रखा है। यहां पर थोक में विशेषज्ञों की सेवाएं भी ली गई हैं। मतगणना के दिन वार रूम से लगातार पल-पल की खबर पर नजर रखी जाएगी। इसी के साथ सभी जिलों से अपने कार्यकर्ताओं से जानकारी भी एकत्रित की जाएगी कि कहां पर क्या स्थिति है, कौन से स्थान पर भाजपा के प्रत्याशी आगे हैं, कहां पर पीछे हैं। कहीं गड़बड़ी की स्थिति में वहां के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन देने के लिए प्रदेश स्तर के विधि विशेषज्ञ पदाधिकारी भी एकात्म परिसर में रहेंगे। एकात्म परिसर में राजधानी रायपुर के ज्यादातर सभी दिग्गज नेता उपस्थित रहेंगे। प्रदेश स्तर के बड़े नेता भी यहां आएंगे।