JVM ने सोरेन सरकार से समर्थन वापस लिया, कांग्रेस पर लगाया आरोप

रांची, (Realtimes) कांग्रेस द्वारा अपने विधायकों को तोड़े जाने का आरोप लगाते हुए बाबूलाल मरांडी की पार्टी झाविमो ने सोरेन सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. पूर्व सीएम की पार्टी की पार्टी का आरोप है कि कांग्रेस उसके विधायकों को खुलेआम तोड़ने की कोशिश कर रही है.
झामिवो के केंद्रीय महासचिव सरोज सिंह ने कहा कि झाविमो ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार से तत्काल प्रभाव से अपना समर्थन वापस ले लिया है. आपको बता दें कि झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में झाविमो के तीन सदस्य हैं, जिसमें पार्टी प्रमुख बाबूलाल मरांडी भी शामिल हैं.
इन विधायकों में से मांडर के विधायक बंधू तिर्की को पार्टी ने दो दिनों पूर्व पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित कर दिया था. अब झारखंड की विधानसभा में अब झाविमो के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी समेत दो विधायक शेष हैं.
इसके अलावा झाविमो ने पार्टी के विधायक दल के नेता प्रदीप यादव को विधायक दल के नेता पद से भी पदच्युत कर दिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखे अपने पत्र में बाबूलाल मरांडी ने कहा, ‘हमारी झाविमो ने 24 दिसंबर को आपके नेतृत्व में संप्रग गठबंधन सरकार को बिना शर्त समर्थन देने के लिए पत्र लिखा था. लेकिन संप्रग गठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी ही हमारी पार्टी के विधायकों को तोड़कर अपने दल में शामिल कराने के लिए प्रयासरत हैं.
इस प्रकार का समाचार मीडिया में आया है.’ मरांडी ने कहा है, ‘इस परिस्थिति में हमारी पार्टी समर्थन के मुद्दे पर पुनर्विचार करते हुए आपके नेतृत्व में चल रही संप्रग गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेती है. हालांकि झाविमो के समर्थन वापसी का असर सोरेन सरकार पर नहीं पड़ेगा.