रायपुर की 135 बस्तियों में दोपहर और रात को दलितों के साथ होगा आज संतों का भोजन

रायपुर. प्रदेश में चारों दिशाओं से मां आदिशक्ति के दरबारों से निकली संतों की पदयात्रा में राज्य के सभी जिलाें में दलितों के घरों पर भोजन करने के बाद अब आज सारे संत राजधानी की 135 झुग्गी बस्तियों में दलितों के घरों तक जाएंगे और वहां पर दोपहर और रात का भोजन भी करेंगे। इसके बाद कल दोपहर एक बजे रावणभाठा मैदान में बड़ी धर्म सभा होगी। इसमें देश के कई बड़े संतों के साथ 500 संत जुटेंगे।देश भर के संत इस समय एक ही बात पर मंथन और चिंतन कर रहे हैं और वह है हिंदू राष्ट्र। हर संत चाहता है कि अब भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने में देर नहीं करनी चाहिए। यही वजह है कि अपने राज्य के संतों ने एक मत से हिंदू राष्ट्र का अलख जगाने के लिए राज्य की चारों दिशाओं से संतों की पदयात्रा का आयोजन किया है। चारों दिशाओं की पदयात्रा एक माह का सफर पूरा करके रायपुर पहुंच गई है।
यहां ठहरे हैं संत
चारों दिशाओं से निकली यात्रा में माँ बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ से महंत सर्वेश्वर दास के नेतृत्व में निकली यात्रा भिलाई मार्ग से रायपुर पहुंची और यात्रा कर रहे सभी संत इस्कॉन मंदिर में ठहरे हैं। इसी तरह से मां दंतेश्वरी से त्रिवेणी दास के नेतृत्व में निकली यात्रा आरंग, मंदिर हसौद होते हुए रायपुर पहुंची है शदाणी दरबार में आकर ठहरी है। मां चंद्रहासिनी से यात्रा का आगाज करने वाले राकेश महाराज की यात्रा खरोरा से रायपुर में प्रवेश करने के बाद राम मंदिर में आकर ठहरी है। मां महामाया से परमात्मा नंद के नेतृत्व में निकली यात्रा धरसींवा से आकर बंजारी धाम में ठहरी है।
135 बस्तियों में जाएंगे संत
चारों दिशाओं के संत चारों दिशाओं में अलग-अलग राजधानी रायपुर के 70 वार्ड और बीरगांव के 40 वार्ड को मिलाकर 135 बस्तियों में जाएंगे। आज सुबह करीब 9 बजे से संत बस्तियों में जाएंगे और रात तक वहां रहेंगे। इस बीच संत दोपहर और रात का भोजन दलितों के साथ ही करेंगे।
ये संत रहेंगे धर्म सभा में
रायपुर में रविवार को रावणभाठा मैदान में एक बजे से होने वाली धर्म सभा में शामिल होने के लिए देश भर के संताें का आगमन शनिवार से होगा। कुछ संत रविवार की सुबह तक आएंगे। सभा में रहने वाले संतों में महामंडलेश्वर जुना पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरी, स्वामी जितेंद्रनन्द सरस्वती (महामंत्री अखिल भारतीय संत समिति कांशी), महामंडलेश्वर स्वामी चिदम्बरा नंद सरस्वती ( महामंडलेश्वर मुंबई) स्वामी संपूर्णानंद (पूज्य संत आर्य समाज हरियाणा) साध्वी प्राची (देहरादून), महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानंद (हरिद्वार), युधिष्ठिर लाल महाराज (शदाणी दरबार रायपुर), महंत रामलोचन दास (निर्मोही अखाडा चित्रकूट धाम) श्रीराम बालकदास (पाटेश्वर धाम बालोद जिला छत्तीसगढ़) स्वामी परमात्मानंद, प्रेम स्वरूपानंद, कौशल राम, श्याम महाराज, रामानंद महाराज, रामानंद सरस्वती, आचार्य राजेश, स्वामी सर्वेश्वर दास, स्वामी राम रूपदास, स्वामी तारकेश्वर पूरी, त्रिवेणी दास आदि प्रमुख संत उपस्थित रहेंगे। छत्तीसगढ़ व देश के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में संत आएंगे।