खास खबर: भाजपा का बूथ कमेटी बनाने में छूट रहा है पसीना

रायपुर(realtimes) प्रदेश के 25 हजार बूथों में प्रदेश भाजपा संगठन 25-25 सदस्यों की बूथ कमेटी बना रहा है। इस कमेटी के हर सदस्य की पहली बार कुंडली भी बनाई जा रही है। इसके पीछे का कारण यह है कि किसी भी तरह का कागजाें में फर्जीवाड़ा न हाे सके। इसका मतलब यह भी साफ है कि इसके पहले कागजाें में कमेटी बनती रही है। लेकिन अब ऐसा चलने वाला नहीं है। राष्ट्रीय संगठन इसकाे लेकर सख्त हो गया है। अब कमेटी के सदस्याें काे एक फार्म दिया जा रहा है जिसको भरकर देना अनिवार्य है। इसी की वजह से कमेटियां बनाने में पसीना छूट रहा है। अब तक सभी बूथाें में कमेटी नहीं बन पाई है। नया अध्यक्ष और नई कार्यकारिणी बनने के बाद इस दिशा में खास ध्यान दिया जा रहा है। जल्द से जल्द सभी कमेटियां बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश में हर बूथ में भाजपा की हमेशा कमेटी बनती है, लेकिन पहली बार कमेटी के सदस्यों से एक फार्म भरवाया जा रहा है। इसमें कमेटी के सदस्य बनाए जाने वाले हर सदस्य का पूरा बायोडाटा लिया जा रहा है। यही नहीं सभी सदस्यों का सत्पापन करने के लिए हर जिले में एक-एक कार्यकर्ता को नियुक्त भी किया गया है। हर जिले में दूसरे जिले के कार्यकर्ता को ही जिम्मा दिया गया है।
ये जानकारी देना जरूरी
कमेटी के सदस्यों को जो फार्म दिया गया है, उसमें लोकसभा, विधानसभा के साथ भाजपा के शक्ति केंद्र, मंडल के साथ बूथ की भी जानकारी मांगी गई है। यही नहीं जिस बूथ की कमेटी में उनको रखा गया है, वो उसी बूथ के हैं या नहीं इसके लिए मतदाता परिचय पत्र का नंबर और बूथ का नंबर भी मांगा जा रहा है। पूरे नाम पते के साथ मोबाइल नंबर, वाट्सऐप नंबर भाजपा की प्राथमिक सदस्यता का क्रमांक भी मांग गया है। इसी के साथ क्या काम करते हैं, कितने पढ़े हैं। कार, बाइक है क्या यह भी पूछा जा रहा है।
सरल पोर्टल में होगा दर्ज
बूथ कमेटी के सभी सदस्यों का नाम भाजपा के राष्ट्रीय संगठन द्वारा बनाए गए सरल पोर्टल में दर्ज किया जाएगा, ताकि राष्ट्रीय संगठन किसी भी राज्य के बूथ स्तर के सदस्यों की भी जानकारी देख सके। अब तक बूथ कमेटी की जानकारी आमतौर पर जिलों में ही रहती है। सरल पोर्टल में सबसे नाम होने से प्रदेश संगठन को भी जानकारी रहेंगी कि किस जिले की किस बूथ कमेटी में कौन लोग हैं।पाेर्टल में जानकारी न हाेने के कारण ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से रायपुर के एक बूथ अध्यक्ष के स्थान पर दूसरे का सम्मान करा दिया गया।